पिछले 5 सालों में Bollywood में चमकने वाले बिहार के 10 नए कलाकार |

 बिहार के 10 नए कलाकार |

1.पंकज त्रिपाठी

पंकज त्रिपाठी का जन्म बिहार के गोपालगंज जिले के एक छोटे से गाँव बेलसंड में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और माता गृहिणी। पंकज त्रिपाठी का प्रारंभिक जीवन बहुत साधारण था और वे गाँव में रहते हुए खेतों में काम करते थे। प्रारंभिक शिक्षा गाँव के ही स्कूल में पूरी करने के बाद, उन्होंने पटना के ए.एन. कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की।

पंकज त्रिपाठी ने अपनी अभिनय यात्रा पटना में थिएटर से शुरू की। उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD), दिल्ली से अभिनय में प्रशिक्षण प्राप्त किया। एनएसडी में प्रशिक्षण ने उनके अभिनय कौशल को निखारा और उन्हें फिल्मों में काम करने का मौका मिला।

पंकज त्रिपाठी ने 2004 में फिल्म “रन” से बॉलीवुड में कदम रखा। हालांकि, उन्हें पहचान 2012 में आई फिल्म “गैंग्स ऑफ वासेपुर” से मिली, जिसमें उनके किरदार सुलतान ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने “मसान”, “निल बटे सन्नाटा”, “फुकरे”, “बरेली की बर्फी”, “न्यूटन”, और “स्त्री” जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।

पंकज त्रिपाठी ने वेब सीरीज में भी अपनी पहचान बनाई है। “मिर्जापुर” में उनके किरदार कालीन भैया ने उन्हें घर-घर में प्रसिद्ध कर दिया। इसके अलावा, उन्होंने “सेक्रेड गेम्स” और “क्रिमिनल जस्टिस” जैसी वेब सीरीज में भी बेहतरीन अभिनय किया है। पंकज त्रिपाठी की शादी मृदुला त्रिपाठी से हुई है और उनकी एक बेटी भी है। वे अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं।

पंकज त्रिपाठी की अभिनय शैली और संवाद अदायगी की अपनी विशेष पहचान है। उनकी बहुमुखी प्रतिभा और कला के प्रति समर्पण ने उन्हें भारतीय सिनेमा और वेब सीरीज में एक प्रतिष्ठित स्थान दिलाया है। उन्होंने हर किरदार को बड़ी सहजता से निभाया है और दर्शकों का दिल जीता है। पंकज त्रिपाठी ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक खास मुकाम हासिल किया है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाता रहेगा।

2. सुशांत सिंह राजपूत

सुशांत सिंह राजपूत का जन्म पटना, बिहार में हुआ था। उनके पिता के.के. सिंह एक सरकारी अधिकारी थे। उनका परिवार बाद में दिल्ली शिफ्ट हो गया। सुशांत की प्रारंभिक शिक्षा पटना के सेंट करेन हाई स्कूल में हुई और फिर दिल्ली के कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल से। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। सुशांत एक होनहार छात्र थे और फिजिक्स में नेशनल ओलंपियाड विजेता भी रहे थे।

सुशांत सिंह राजपूत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत टीवी शो “किस देश में है मेरा दिल” से की, लेकिन उन्हें असली पहचान एकता कपूर के लोकप्रिय शो “पवित्र रिश्ता” से मिली, जिसमें उन्होंने मानव देशमुख का किरदार निभाया। काई पो छे! (2013): सुशांत की डेब्यू फिल्म, जिसमें उन्होंने इशान भट्ट का किरदार निभाया। इस फिल्म ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित कर दिया। शुद्ध देसी रोमांस (2013): परिणीति चोपड़ा और वाणी कपूर के साथ अभिनय किया। पीके (2014): आमिर खान और अनुष्का शर्मा के साथ इस फिल्म में सहायक भूमिका निभाई।

डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी (2015): ब्योमकेश बक्शी की भूमिका निभाई। एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी (2016): भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित इस फिल्म में सुशांत ने धोनी की भूमिका निभाई और उनके प्रदर्शन की खूब सराहना हुई। राब्ता (2017): कृति सेनन के साथ मुख्य भूमिका निभाई। केदारनाथ (2018): सारा अली खान के साथ इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई। सोनचिरैया (2019): इस फिल्म में चंबल के डाकू की भूमिका निभाई।

इस फिल्म में उनके अभिनय को खूब सराहा गया और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। यह उनकी अंतिम फिल्म थी, जो उनकी मृत्यु के बाद रिलीज हुई। सुशांत सिंह राजपूत का परिवार बेहद करीब था। उनकी चार बहनें थीं, जिनमें से एक मीतू सिंह राज्य स्तर की क्रिकेटर हैं। सुशांत को किताबें पढ़ने, खगोल विज्ञान और विज्ञान में गहरी रुचि थी। उन्होंने अपने घर में एक मिनी प्लैनेटेरियम भी बनाया था।

14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत का निधन हो गया। उनकी मृत्यु ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों को सदमे में डाल दिया। उनकी मौत की जांच विभिन्न एजेंसियों द्वारा की गई। सुशांत सिंह राजपूत की अभिनय शैली और उनकी प्रतिभा ने उन्हें भारतीय सिनेमा में एक खास मुकाम दिलाया। उन्होंने हर किरदार को बड़ी सहजता से निभाया और दर्शकों का दिल जीता। उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक खास मुकाम हासिल किया है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा।

3.मनीषा रानी

मनीषा रानी का जन्म बिहार के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिहार में ही हुई। बचपन से ही मनीषा को नृत्य और अभिनय का शौक था और उन्होंने इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया। मनीषा रानी ने अपने करियर की शुरुआत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर की। उन्होंने इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अपने डांस वीडियो और कॉमेडी स्किट्स पोस्ट किए। उनके अनोखे और मनोरंजक कंटेंट ने उन्हें जल्दी ही प्रसिद्ध बना दिया। मनीषा के लाखों फॉलोवर्स हैं और वह सोशल मीडिया पर एक प्रभावशाली हस्ती बन गई हैं।

मनीषा रानी ने रियलिटी शो “बिग बॉस ओटीटी” में भाग लिया, जहाँ उन्होंने अपने स्वाभाविक और मनोरंजक व्यक्तित्व से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस शो में उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई और उन्होंने अपने प्रशंसकों का बड़ा आधार बनाया मनीषा रानी का निजी जीवन अक्सर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहता है। वह अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद करती हैं और अपनी जीवनशैली को सोशल मीडिया पर साझा करती रहती हैं।                       Also Read

मनीषा रानी की एनर्जी और उनका स्वाभाविक व्यक्तित्व उन्हें अन्य सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स से अलग बनाता है। उनके डांस और कॉमेडी वीडियो में उनकी प्रतिभा और क्रिएटिविटी साफ दिखाई देती है। उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर एक बड़ा प्रशंसक आधार बनाया है और वह लगातार अपने कंटेंट के माध्यम से लोगों का मनोरंजन कर रही हैं। मनीषा रानी ने अपनी विशेषता और प्रभावशाली व्यक्तित्व के दम पर सोशल मीडिया और रियलिटी शो में अपनी पहचान बनाई है। उनके योगदान और मेहनत को दर्शक सदैव सराहेंगे।

4. ऋचा सोनी

ऋचा सोनी का जन्म मुजफ्फरपुर, बिहार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा और जीवन बिहार में ही बीता। बचपन से ही ऋचा को अभिनय और नृत्य का शौक था और उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद मुंबई का रुख किया, जहाँ उन्होंने अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाया।

ऋचा सोनी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत टेलीविजन से की। उन्हें सबसे पहले पहचान मिली टीवी शो “भूतू” से, जिसमें उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने “शेरे पंजाब: महाराजा रणजीत सिंह” में भी काम किया। हालांकि, उन्हें असली पहचान ज़ी टीवी के शो “भाग्यविधाता” से मिली, जिसमें उन्होंने बिंदिया का किरदार निभाया। उनके इस किरदार को दर्शकों ने खूब सराहा और वे घर-घर में पहचानी जाने लगीं। ऋचा सोनी ने कुछ फिल्मों में भी काम किया है, हालांकि उनका मुख्य फोकस टेलीविजन ही रहा है। उन्होंने अपने अभिनय कौशल से फिल्मों में भी अपनी जगह बनाई है।

ऋचा सोनी का निजी जीवन मीडिया की चकाचौंध से दूर रहता है। वह अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हैं और अपने निजी जीवन को निजी रखना ही पसंद करती हैं। ऋचा सोनी की अभिनय शैली और उनके किरदारों की गहराई ने उन्हें टेलीविजन इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाया है। वह अपने हर किरदार में जान डाल देती हैं और अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लेती हैं। ऋचा सोनी ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर भारतीय टेलीविजन में एक खास मुकाम हासिल किया है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।

5.नीतू चंद्रा

नीतू चंद्रा का जन्म पटना, बिहार में हुआ था। उनके पिता का नाम उदय चंद्र श्रीवास्तव है और माता का नाम नीरजा श्रीवास्तव। नीतू की प्रारंभिक शिक्षा पटना के Notre Dame Academy से हुई और इसके बाद उन्होंने दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की। नीतू चंद्रा ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की। उन्होंने विभिन्न विज्ञापनों में काम किया और अपनी सुंदरता और प्रतिभा के चलते वे जल्दी ही प्रसिद्ध हो गईं।

गरम मसाला (2005): नीतू चंद्रा ने इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया। ट्रैफिक सिग्नल (2007): इस फिल्म में उनके अभिनय को बहुत सराहा गया। ओए लकी! लकी ओए! (2008): इस फिल्म में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 13B (2009): इस हॉरर फिल्म में उनके प्रदर्शन को खासा सराहा गया। अज्ञात (2009): राम गोपाल वर्मा की इस फिल्म में नीतू ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सिंह इज किंग (2008): इस फिल्म में भी उन्होंने एक छोटी लेकिन यादगार भूमिका निभाई। नीतू चंद्रा ने बॉलीवुड के अलावा तमिल, तेलुगू, और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है। तमिल फिल्म “यावरुम नालम” में उनकी भूमिका को खूब सराहा गया।

नीतू चंद्रा ने अपने प्रोडक्शन हाउस, Champaran Talkies के तहत कई फिल्मों का निर्माण भी किया है। उन्होंने मैथिली भाषा की फिल्म “मिथिला मखान” का निर्माण किया, जिसे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला।

नीतू चंद्रा एक प्रशिक्षित मार्शल आर्टिस्ट हैं और तायक्वोंडो में ब्लैक बेल्ट धारक हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तायक्वोंडो में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
नीतू चंद्रा का निजी जीवन मीडिया की नजरों से दूर रहता है। वे अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हैं और अपने निजी जीवन को निजी रखना पसंद करती हैं।

नीतू चंद्रा को उनके अभिनय और फिल्म निर्माण के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं। उनके प्रोडक्शन हाउस द्वारा निर्मित फिल्म “मिथिला मखान” को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नीतू चंद्रा की अभिनय शैली और उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी मेहनत, समर्पण, और कला के प्रति प्यार ने उन्हें एक सफल अभिनेत्री और निर्माता बनाया है।

नीतू चंद्रा ने अपने बहुमुखी प्रतिभा और समर्पण से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक खास पहचान बनाई है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय और फिल्म निर्माण से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।

6. कोमल झा

कोमल झा का जन्म रांची, (बटवारे से पहले बिहार )झारखंड में हुआ था। उनके पिता चंद्रकांत झा एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी हैं। कोमल की प्रारंभिक शिक्षा रांची के स्थानीय स्कूलों में हुई। उन्होंने बेंगलुरु के एम. एस. रमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। कोमल झा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद फिल्मों में अपने करियर की शुरुआत की। कोमल ने तेलुगु फिल्म “चिन्ना सिन्हा” से अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की।
Bollywood film-“प्रेम कुमार” और “प्रियथामा नेनुस्तुन्ना” जैसी फिल्मों में भी काम किया। कन्नड़ फिल्म “निम्बे हुली” में उन्होंने अभिनय किया। कोमल झा ने मलयालम फिल्म “24 हाउस” में भी अभिनय किया है। हिंदी फिल्मों में उन्होंने “3 इडियट्स” और “Mr. Premikudu” में छोटी भूमिकाएँ निभाई हैं। अभिनय के साथ-साथ, कोमल झा एक लेखिका भी हैं। उन्होंने अपने अनुभवों और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित लेख लिखे हैं। कोमल झा का व्यक्तिगत जीवन काफी प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने से पहले एक सिविल इंजीनियर के रूप में भी काम किया।
वे अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के लिए जानी जाती हैं। कोमल झा की अभिनय शैली और उनकी प्रतिभा ने उन्हें साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी बहुमुखी प्रतिभा और कला के प्रति समर्पण ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाया है। कोमल झा ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक खास मुकाम हासिल किया है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय और लेखन से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।

7.श्वेता बासु प्रसाद

श्वेता बासु प्रसाद का जन्म जमशेदपुर, (बिहार )झारखंड में हुआ था। उनका परिवार बाद में मुंबई चला गया। श्वेता की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में ही हुई। बचपन से ही उन्हें अभिनय का शौक था और उन्होंने बहुत छोटी उम्र में ही फिल्मों और टेलीविजन में काम करना शुरू कर दिया।

श्वेता बासु प्रसाद ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन से की। उन्होंने “कहानी घर घर की” और “करिश्मा का करिश्मा” जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में काम किया। मकड़ी (2002): श्वेता ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत विशाल भारद्वाज की फिल्म “मकड़ी” से की। इस फिल्म में उनके उत्कृष्ट अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।

इकबाल (2005): नागेश कुकुनूर की इस फिल्म में श्वेता ने शानदार अभिनय किया और इस फिल्म के लिए भी उनकी खूब सराहना हुई। वाह! लाइफ हो तो ऐसी (2005): इस फिल्म में उन्होंने शाहिद कपूर और अमृता राव के साथ काम किया। डरना जरूरी है (2006): इस फिल्म में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्वेता ने हिंदी सिनेमा के अलावा तेलुगू, तमिल और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है। तेलुगू फिल्म “कोठा बंगारू लोकम” और बंगाली फिल्म “एक नोडी जे सिलो” में उनके अभिनय को खूब सराहा गया।

श्वेता बासु प्रसाद का निजी जीवन कई बार विवादों में भी रहा है, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने अभिनय और प्रतिभा के दम पर खुद को साबित किया है। उन्होंने 2018 में फिल्म निर्माता रोहित मित्तल से शादी की, हालांकि, बाद में दोनों का तलाक हो गया। श्वेता बासु प्रसाद की अभिनय शैली और उनकी प्रतिभा ने उन्हें भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी मेहनत, समर्पण, और कला के प्रति प्यार ने उन्हें एक सफल अभिनेत्री बनाया है।

श्वेता बासु प्रसाद ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा और समर्पण से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक खास पहचान बनाई है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।

8.अनुरिता झा

अनुरिता झा का जन्म पटना, बिहार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों से प्राप्त की और फिर उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज में दाखिला लिया। अनुरिता ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की और इसके बाद उन्होंने अभिनय में कदम रखा। अनुरिता झा ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की। उन्होंने विभिन्न विज्ञापनों और फैशन शो में हिस्सा लिया, जिसमें उनकी सुंदरता और प्रतिभा ने उन्हें जल्दी ही एक पहचान दिलाई।

अनुरिता झा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत भोजपुरी सिनेमा से की। उन्होंने कई भोजपुरी फिल्मों में अभिनय किया और इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया। उन्होंने ये ओरसीध फिल्मों में काम की है- “लव स्टोरी” (2013): इस फिल्म में अनुरिता ने मुख्य भूमिका निभाई। “सात दिन मोहब्बत” (2015): इस फिल्म में भी उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया। “सिलसिला” (2016): भोजपुरी सिनेमा की इस फिल्म में भी उनकी भूमिका को सराहा गया। अनुरिता ने भोजपुरी सिनेमा के अलावा हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया है। उनकी बहुमुखी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें विभिन्न भूमिकाओं में सफलता दिलाई है।

अनुरिता झा का व्यक्तिगत जीवन मीडिया से काफी हद तक दूर रहता है। वे अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हैं और अपनी निजी जिंदगी को निजी रखना ही पसंद करती हैं। अनुरिता झा की अभिनय शैली और उनकी मेहनत ने उन्हें भोजपुरी सिनेमा में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी प्रतिभा और समर्पण ने उन्हें दर्शकों के बीच एक प्रमुख अभिनेत्री बना दिया है। अनुरिता झा ने अपनी मेहनत और समर्पण से भोजपुरी सिनेमा में एक खास पहचान बनाई है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।

9.दीपिका सिंह

दीपिका सिंह का आरा, बिहार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना के ही स्कूलों से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने अपने उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और वहां से ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की। दीपिका सिंह ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन इंडस्ट्री से की।

उन्होंने पहले अपने करियर की शुरुरुवत इन टीवी सीरियलों से की- “दीया और बाती हम” (2011–2016): इस लोकप्रिय शो में दीपिका ने संध्या राठी की भूमिका निभाई, जो एक ईमानदार और समर्पित बहू की भूमिका में थी। इस भूमिका के लिए उन्हें बहुत सराहा गया और इस शो ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। इन फिल्मों में बटोरी है अपना नाम- “दिस इस इट” (2014): इस शो में भी दीपिका ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। “एक दो जे के”: इस शो में भी उनकी भूमिका को दर्शकों ने सराहा।

दीपिका सिंह ने टेलीविजन के अलावा फिल्मों में भी काम किया है, हालांकि उनका मुख्य फोकस टेलीविजन रहा है। दीपिका सिंह ने 2014 में अपने को-स्टार रोहित राज गोयल से शादी की, जो “दीया और बाती हम” के डायरेक्टर थे। उनका एक बेटा भी है। वे अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हैं और अपने निजी जीवन को निजी रखना ही पसंद करती हैं।

दीपिका सिंह की अभिनय शैली और उनकी भूमिका निभाने की क्षमता ने उन्हें भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी मेहनत, समर्पण, और कला के प्रति प्यार ने उन्हें एक सफल अभिनेत्री बनाया है। दीपिका सिंह ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा और समर्पण से भारतीय टेलीविजन में एक खास पहचान बनाई है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।

10. रतन राजपूत

रतन राजपूत का जन्म पटना, बिहार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना के स्थानीय स्कूलों से प्राप्त की और फिर उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज में दाखिला लिया। रतन ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की और फिर अभिनय की ओर रुख किया। रतन राजपूत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत टेलीविजन से की। उन्होंने कई धारावाहिकों में काम किया और दर्शकों के बीच एक खास पहचान बनाई।

उनके प्रमुख टीवी शो निम्नलिखित हैं: “अगले जन्म मोहे बिटिया ही कीजो” (2009–2011): इस धारावाहिक में रतन ने ललिता की भूमिका निभाई, जो एक मजबूत और स्वतंत्र महिला का किरदार था। इस शो ने उन्हें बहुत लोकप्रियता दिलाई और उनकी अभिनय क्षमता की सराहना की गई। “ससुराल सिमर का” (2011–2018): इस शो में रतन ने आरती की भूमिका निभाई। उनका यह किरदार भी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रहा। हिंदी फिल्म “लक्ष्य” (2010): इस शो में भी उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

रतन राजपूत ने टेलीविजन के अलावा कुछ फिल्मों में भी काम किया है, हालांकि उनका मुख्य फोकस टेलीविजन ही रहा है। रतन राजपूत का निजी जीवन मीडिया की चकाचौंध से काफी हद तक दूर रहता है। उन्होंने अपने निजी जीवन को निजी रखना ही पसंद किया है। रतन राजपूत की अभिनय शैली और उनकी भूमिकाओं के प्रति समर्पण ने उन्हें भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी मेहनत और कला के प्रति प्यार ने उन्हें दर्शकों के बीच एक प्रमुख अभिनेत्री बना दिया है।

रतन राजपूत ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर भारतीय टेलीविजन में एक खास पहचान बनाई है। उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा और वे आने वाले समय में भी अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी।        Read More

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