गरीबी से निकलकर क्रिकेटर बनने का सफर kuldeep yadav के लिए आसान नहीं जानिए किस तरह बने भारत की शान।

 

आपको बता दे कुलदीप को इंडिया टीम में चाइनामैन नाम से बुलाया जाता है। kuldeep yadav एक ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपने प्रारंभिक जीवन में भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने के लिए कई कठिन परिस्थितियों का सामना करा है तब जाकर वो आज इतने बड़े भारतीय क्रिकेटर बने है।

आपको बता दे kuldeep yadav के भारतीय टीम में शामिल होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाज और भी मजबूत हो गई है। पहले भारत टीम की गेंदबाज़ी को कमजोर माना जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है भारत टीम एक मजबूत टीम बन कर उभरके सामने आयी है। इतना ही नहीं अब भारतीय क्रिकेट टीम की गिनती दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में किया जाता है।

लेकिन kuldeep yadav के लिए भारत टीम का हिस्सा बनने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी और चीज़ो का त्याग करना पड़ा। आपको बता दू भारत टीम के चाइनामैन कुलदीप यादव का जन्म 14 दिसंबर 1994 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के मध्यवर्गी परिवार में हुआ था।

kuldeep yadav के पिता का नाम राम सिंह यादव है | कुलदीप के पिता ईटो की भटी में काम किया करते थे। इनकी माता का नाम उषा सिंह यादव है जो की एक हाउसवाइफ है इसके अलावा कुलदीप की एक बड़ी बहन है जिनका नाम मधु यादव है जिनकी हालहीमें कुलदीप ने शानदार शादी करी है।

kuldeep yadav को बचपन से ही एक बड़ा क्रिकेटर बनना था हालाँकि उनके पिता भी क्रिकेट को काफी पसंद करते थे जिसके बाद कुलदीप को भी केट में दिलचस्पी आने लगी और वो भी एक बड़ा क्रिकेटर बनने के सपने देखने लगे। भले ही कुलदीप का परिवार अमीर नहीं था लेकिन उनके परिवार वालो ने अपनी गरीबी उनके सपनो के सामने आने नहीं दिया।

क्रिकेट के प्रति रूचि देख कर कुलदीप के परिवार वालो ने उन्हें कानपूर के एक क्रिकेट अकैडमी में दाखिला करवा दिया। kuldeep yadav एक फ़ास्ट बॉलर बनना चाहते थे लेकिन उनके पहले कोच कपिल पांडेय ने उन्हें बेहतरीन स्पिनर गेंदबाज़ बनने की सलाह दी थी क्युकी कुलदीप की हाइट कम थी जिसकी वजह से उन्हें तेज़ गेंदबाज़ बनने में दिक्क्त हो सकती थी।

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जिसके बाद kuldeep yadav ने अपना पूरा ध्यान स्पिन गेंबदाज़ बनने में लगा दिया और स्पिन की बारीकियों को समझने लगे और कड़ी मेहनत करने लगे जिसका फल उन्हें आईपीएल 2012 की फ्रैंचाइज़ी टीम mumbai indians में शामिल किया गया लेकिन उस मैच में उनसे एक भी ओवर नहीं डलवाया गया था आईपीएल में तो वो अपनी किस्मत नहीं चमका पाए।

लेकिन kuldeep yadav को असली पहचान साल 2014 में अंडर 19 वर्ल्ड कप में खेलें का मौका दिया गया और उन्होने उस मैच में सबसे ज़यादा विकेट लेने वाले खिलाडी बन गए। जिसके बाद कुलदीप की किस्मत ने खूब साथ दिया और उन्हें बार बार मैच खेलने का मौका दिया गया और उन्होंने अपने हर मौके का फ़ायदा उठाया और सबका ध्यान अपनी ओर कर लिया था।

kuldeep yadav को आखिरकार भारत के लिए खेलने का मौका मिल ही गया था। कुलदीप में अपना पहला टेस्ट डेब्यू मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 25 मैच 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था जिसमे उन्होंने एक मैच में 4 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ का विकेट चटकाया था।

kuldeep yadav की शानदार गेंदबाज़ी की वजह से उन्हें उसी साल 23 जून 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला डेब्यू वनडे मैच खेलने का मौका मिला था जिसके बाद कुलदीप की काफी प्रशंशा हो रही थी हर कोई कुलदीप की गेंदबाज़ी को पसंद करता था जिसके बाद उन्होंने t20 में भी जल्द ही डेब्यू कर लिया था।

kuldeep yadav ने अपना पहला t20 डेब्यू मैच 9 जुलाई 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही खेला था ओर उस मैच में भी उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके बाद हर कोई उन्हें पसंद करने लगा ओर उनके गेंदबाज़ी का फैन हो गया।

kuldeep yadav को india टीम के लिए खेलने का काफी मौका दिया जाता है लगभग तीनो फॉर्मेट में वो भारत के लिए खेलते है ओर हमेशा विकेट भी लेते है। कुलदीप यादव आज इंडिया की शान बन गयी है जिनके गेंदबाज़ी के चर्चे बस भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी की जाती है औऱ उनकी प्रशंशा होती है।

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